मेरी माँ रेशमा - 15 शाम ढल चुकी थी, और शादी का घर चमक-दमक से सजा हुआ था। आंगन में लेडीज़ संगीत की धूम मची थी—ढोलक…
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Read moreमेरी माँ रेशमा -14 रेशमा की साँसें अब और भारी हो रही थीं। किरोड़ी का हाथ उसके भारी कूल्हों से ऊपर की ओर बढ़ रहा था…
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