अपडेट -12 काया का जिस्म उस से बगावत करने पे उतारू हो गया था, मर्दो का कामुक अंग उसकी कमजोरी बनता जा रहा था, ना जाने क्…
Read moreअपडेट -11, Day-5, सुबह की शुरुआत सामान्य ही थी. रोहित बैंक के लिए निकल गया था, काया घर के कामों मे व्यस्त थी. रोहित ब…
Read moreअपडेट -10 डर और परेशानी से काया का बुरा हाल था, क्या करे क्या नहीं समझ से परे था. "कोई है, कोई बाहर है " क…
Read moreअपडेट -9 सुमित और रोहित मुँह बाये बैठे थे, क्या अदा थी, ज्या हुश्न था, क्या नजाकत थी. रोहित के पास खुद एक सुन्दर का…
Read moreअपडेट -8 Day-4 आज सुबह से ही काया कुछ बैचेन थी, शरीर मे ऐठन सी महसूस हो रही थी, रात कुछ अच्छी नहीं बीती, करवट बदतली…
Read moreअपडेट -7, Day -3 टाइम 3.30pm "बड़े बाबू है क्या?" "जज्ज.... जी... कय्यूम दादा आप यहाँ, हाँ है ना?&quo…
Read moreअपडेट -6 चिलचिलाती गर्मी मे मकसूद ने कार को जबरजस्त ब्रेक मारा था, सामने एक सफ़ेद ambassador खड़ी थी, ब्रेक की आवाज़ से…
Read moreअपडेट -5 Day -3 सुबह शांत थी, रोहित नाश्ता कर चूका था. "काया मै चलता हूँ " "रोहित ये टिफ़िन " काय…
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